गाय के आमाशय के चार भागों के नाम व् कार्य : जानिए पशुओ में आमाशय के भागो के बारे में।

 Animal Stomachs: Ruminants and Non – Ruminants 

Introduction:

आमाशय एक महत्वपूर्ण अंग है जो हर जानवर के शारीरिक स्वास्थ्य और पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके विभिन्न भागों की कार्यप्रणाली और महत्व को समझना अत्यंत आवश्यक है। यह ब्लॉग पोस्ट आपको आमाशय के विभिन्न भागों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जो आपके जानवरों के पोषण और स्वास्थ्य को समझने में मदद करेगा।

Classification of Animals Based on Their Diet (भोजन के आधार पर): 

1. Herbivores (शाकाहारी) : 
  • वे जानवर जो भोजन के रूप में घास / भूसा खाते उन्हें Herbivores कहते है। उदा. – रुमंथी जानवर , ऊंट , घोडा और खरगोश आदि। 
(A) Grazer : 
  • ऐसे जानवर जो चारागाह में चरते है। उदा. – गाय , भेड़ , भैंस , घोडा और खरगोश  आदि। 
(B) Browser :
  • ऐसे जानवर जो मुख्यत पेड़ – पोधो की पत्तिया खाते है। उदा. बकरी , जिराफ और ऊँट। 
2. Carnivores (मांसाहारी) :
  • वे जानवर जो भोजन के रूप में मांस खाते उन्हें Herbivores कहते है। उदा. – कुत्ता , बिल्ली , शेर आदि। 
3. Omnivores (सर्वाहारी) : 
  • वे जानवर जो भोजन के रूप में घास व मांस दोनों खाते है उन्हें Herbivores कहते है। उदा. – सूअर। 

3. Pseudo Rumination / Coprophagia / Caecotrophy : 

  • ख़रग़ोश एक अरुमंथी जानवर है। खरगोश  द्वारा अपने अपशिष्ट पदार्थ / मल को खाना Pseudo Rumination / Coprophagia / Caecotrophy कहलाता है। 
  • ख़रग़ोश में Coprophagia / Caecotrophy की शुरुआत 3 सप्ताह / 21 दिन की उम्र में होती है। 
  • ख़रग़ोश दिन के समय में ठोस मल और रात के समय में मुलायम मल का त्याग करता है। खरगोश द्वारा रात के समय त्याग किया हुआ मुलायम मल को खाना ही Pseudo Rumination / Coprophagia / Caecotrophy कहा जाता है। 

Classification of Animals Based on Stomach (आमाशय के आधार पर ) : 

1. Ruminants (रुमंथी जानवर):
  • वे जानवर जो जुगाली करते है। उन्हें रुमंथी जानवर कहते है। 
  • रुमंथी जानवरो में आमाशय के चार भाग होते है। 
cow stomach.rumen cow stomach,cow stomach chambers , animals digestive systems,digestive system in animals,animal digestive system,ruminant digestive system,ruminant stomach,animals with a four-compartment stomach,



2. Pseudo Ruminants (आभासी रुमंथी ) :
  • वे जानवर जो जुगाली तो करते है लेकिन आमाशय के चार भागों में से एक भाग Omasum अनुपस्थित होता है। उन्हें आभासी रुमंथी जानवर कहते है।
3. Non – Ruminants (अरुमंथी जानवर) : 
  • वे जानवर जो जुगाली नहीं करते है। उन्हें अरुमंथी जानवर कहते है। 
  • अरुमंथी जानवरो में आमाशय का एक ही भाग होता है जिसे Abomasum (एबोमेजम) कहते है।   

Ruminants’ Stomach Parts (रुमंथी जानवरो में आमाशय के भाग ) :

1. Rumen (रुमन) : यह आमाशय का सबसे बड़ा भाग है। 

2. Reticulmn (रेटिकुलम) : यह आमाशय का सबसे छोटा भाग है। 

3. Omasum (ओमेजम) : यह आभासी रुमंथी जानवरों में अनुपस्थित होता है। 

4. Abomasum (एबोमजम) : इस आमाशय के भाग को True Stomach भी कहते है।  

नोट : 
  • जुगाली के समय भोजन Reticulum से वापिस मुँह मे जाता है।
  • जन्म के समय बछड़े के आमाशय का सबसे विकसित भाग Abomasum होता है क्योंकि दूध  पाचन के लिए Abomasum भाग आवश्यक होता है।
  • बछड़े में 6 माह की उम्र में Rumen पूर्ण विकसित होता है।

❋ Rumen () > Abomasum > Omasum > Reticulum
{70- 80%}     {7-8%}          {7-8%}         {5%}


 भोजन के प्रवाह के आधार पर आमाशय के भागो का क्रम :
1 Rumen 2 Reticulmn 3 Omasum 4 Abomasum

1. Rumen (रूमन):

  • आमाशय का प्रथम  व सबसे बड़ा भाग रूमन होता है।
  • रुमन तौलियनुमा सरचना (Turkish Towl Shape) का होता है।
  • रुमन का PH – 6.5-6.8 (हल्का अम्लीय ) होता है। 
  • RUMEN Motility – 3 Cycle / 2 Min.
Ruminant Stomach Anatomy,cow Stomach Structure,cow stomach.rumen cow stomach,cow stomach chambers , animals digestive systems,digestive system in animals,animal digestive system,ruminant digestive system,ruminant stomach,animals with a four-compartment stomach,
कार्य : 
  • भोजन का किणवन (Food Fermentation) करना। 

2. Reticulum (रेटिकुलम):

  • आमाशय का सबसे छोटा भाग रेटिकुलम होता है।
  • भोजन के प्रवाह के आधार पर दूसरा भाग है। 
  • रेटिकुलम की संरचना मधुमक्खी छत्ते (Honey Comb) जैसी होती है। 
  • जब लोहे गाय लोहे की कील, तार आदि भोजन के साथ निगल जाती है तो वह रेटिकुलम में आकर फस जाता है इसलिए रेटिकुलम को आमाशय का टूल बॉक्स (TOOL BOX) कहा जाता है।
  • गाय में जुगाली की शुरुआत रेटिकुलम से होती है।
  • लोहे की तार, कील आदि पशुओ द्वारा खाने टीआरपी बीमारी (TRP) हो जाती है।

3. Omasum (ओमासम):

  • आमाशय का तीसरा भाग Omasum है। जिसका आयतन {7-8%} होता है। 
  • Omasum को में Many – Plies कहते हैं। क्योंकि इसमें बहुत सारे फोल्ड पाए जाते हैं  इसलिए इस Book Stomach भी कहते हैं।
कार्य : 
  • भोजन का अस्थायी भंडारण ± पानी का अवशोषण
  • यह Pseudo Ruminants में Abcent होता है।
Note : Poultry में Crop भाग Omasum भाग जैसा कार्य करता है। क्योकि पशुओ में Omasum भाग भोजन का अस्थायी भंडारण करता है और पक्षियों (Poultry) में यह कार्य Crop (Oesophagus का विस्तार भाग) करता है। 

4. Abomasum (एबोमैसम):

  • इसे Rennet कहा जाता है।Abomasum से Renin एंजाइम स्रावित होता है। इसीलिए इसे Rennet कहा जाता  है।

  • Abomasum भाग को जानवरों में True Stomach (Glandular Stomach) कहा जाता है। क्योंकि इसमें पाचक ग्रंथियां पाई जाती है। Abomasum भाग में वास्तविक पाचन होता है।
  • आमाशय का अंतिम भाग  / चौथा भाग व क्षमता के अनुसार दूसरा बड़ा भाग है। 
  • Abomasum का PH – 2 होता है।

Comparison with Other Animals (अन्य जानवरो से तुलना): 

1. घोड़े का आमाशय  (Horse Stomach ) : 

घोड़े का आमाशय J- Shape होता है। घोड़े की आमाशय की श्लेषमा झिल्ली में एक रेखा पाई जाती है जो आमाशय को दो भागों में विभाजित करती है इस रेखा को MargoPliCatus कहते है।
A. ऊपरी हिस्सा : Non Glandular Part . 
B. निचला हिस्सा : Glandular Part . 
Horse Stomach,Horse Stomach anatomy,horse ke aamashy ke bhag , Non Ruminants
नोट : –  घोड़े की ग्रसिका (Oesophagus) में क्रमांकुंचन सिर्फ एक ही दिशा में होती है जो मुंह से आमाशय की तरफ होती है आमाशय में भोजन के आने के तुरंत पश्चात  Cardiac Sphincter (Lower Esophageal Sphincter) बंद हो जाता है। यह एक बार बंद हो जाने पर दोबारा नहीं खुलता है। इसी कारण घोड़ा कभी उलटी नहीं कर सकता है।
2. सूअर का आमाशय : 
  • मानव की भूर्ण (Embryo) की आकृति का आमाशय सूअर में होता है। सूअर में, पेट मानव की तरह होता है, एक-विभाजनीय संरचना के साथ।

Conclusion:

पशु शरीर और उसके अंगों का अध्ययन करना उसके संरचना और कार्यों को समझने में महत्वपूर्ण है। वेटरनरी एनाटॉमी शिक्षा मानव और पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह शिक्षा उपचार, रोगों का पता लगाना, और पशु स्वास्थ्य की देखभाल में सहायक होती है। पशु शरीर की अंदरूनी संरचना को समझकर, हम पशुओं के रोगों का सही निदान कर सकते हैं और उनके उपचार में मदद कर सकते हैं। इस प्रकार, वेटरनरी एनाटॉमी का अध्ययन हमारे पशु साथियों के उत्तम स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।

Explore the intricate ruminant digestive system & stomach chambers: Learn their names & functions for optimal animal nutrition and health.

Follow Us on Social Media

Stay connected with The Rajasthan Express by following us on our social media platforms:

रुमंथी जानवरों में जुगाली की शुरुआत कहाँ से होती है ?

रुमंथी जानवरों में, जुगाली की शुरुआत रेटिक्युलम (Reticulmn) से होती है।

बछड़े के जन्म के समय आमाशय का कोनसा भाग विकसित होता है।
बछड़े के जन्म के समय, आमाशय का सबसे विकसित भाग Abomasum होता है।

घोड़े में किस आकृति का आमाशय पाया जाता है ?

घोड़े में, आमाशय की आकृति J-Shape की होती है।

घोड़ा उल्टी क्यों नहीं करता है ?
घोड़े की ग्रसिका (Oesophagus) में क्रमांकुंचन सिर्फ एक ही दिशा में होती है जो मुंह से आमाशय की तरफ होती है आमाशय में भोजन के आने के तुरंत पश्चात Cardiac Sphincter (Lower Esophageal Sphincter) बंद हो जाता है। यह एक बार बंद हो जाने पर दोबारा नहीं खुलता है। इसी कारण घोड़ा कभी उलटी नहीं कर सकता है।

रुमंथी जानवरों के आमाशय का सबसे बड़ा व् छोटा भाग कौनसा है ?
रुमंथी जानवरों के आमाशय का सबसे बड़ा भाग रूमेन (Rumen) होता है, और सबसे छोटा भाग रेटिक्युलम (Reticulmn) होता है।

Browser और Grazer में क्या अंतर है ?

Browser जानवर वह होते हैं जो मुख्य रूप से पेड़-पौधों की पत्तियाँ खाते हैं, जबकि Grazer जानवर हैं जो चारागाह में चरते हैं, यानी घास या भूसा खाते हैं।

बछड़े में रुमन का विकास कितने माह में होता है ?

बछड़े में रुमन का विकास लगभग 6 महीने में होता है।