The Amrit Mahal: Karnataka’s Legendary Cattle Breed
Amrit Mahal Cattle Information
Scientific Classification |
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Alternate Names | Doddadana, Jawari Dana, Number Dana |
Country of Origin | Mysore, Karnataka, India |
Breeding Tract |
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Development History | Developed from Hallikar, Hagalvadi, and Chitradurga cattle by Mysore rulers between 1572–1636 AD. |
Primary Uses |
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Physical Characteristics |
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Average Size and Weight |
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Milk Production | Low, averaging 572 kg per lactation cycle |
Management System | Extensive grazing with open management throughout the year |
Population Trends |
Source: Livestock Census and Breed Survey, Department of Animal Husbandry, Government of India |
The Rajasthan Express: Amrit Mahal Cattle Breed Information |
अमृत महल गाय की उत्पति और वितरण (Origins and Distribution of AmritMahal Cow)
अमृत महल गाय की उत्पत्ति कर्नाटक राज्य के मैसूर से हुई है। “अमृत महल” का अर्थ है “दूध विभाग,” और इसका विकास मैसूर राज्य के शासकों द्वारा किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य शाही महल को दूध और दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति करना और सेना के लिए मजबूत बैल उपलब्ध कराना था। इस नस्ल में तीन प्रमुख प्रकार शामिल थे: हल्लीकर, हगलवाडी और चित्रदुर्ग, जिन्हें समय के साथ मिलाकर अमृत महल नस्ल का निर्माण किया गया। इसका उद्देश्य दक्षिण भारत की मसौदा नस्लों से दूध उत्पादन बढ़ाना था। यह नस्ल मुख्य रूप से चिकमगलूर, चित्रदुर्ग, हसन, शिमोगा, तुमकुर और दावणगेरे जिलों में पाई जाती है।
अमृत महल गाय के उपनाम (Synonymous of Amrit Mahal Cow )
अमृत महल गाय, जिसे “डोडडाना,” “जवारी डाना,” और “नंबर डाना” के नाम से भी जाना जाता है, कर्नाटक की एक प्रसिद्ध नस्ल है। “अमृत” का अर्थ है दूध, और “महल” का अर्थ है घर, जो इस नस्ल की महत्ता को दर्शाता है। यह गाय अपनी बोझा ढोने की शक्ति और उच्च सहनशक्ति के लिए जानी जाती है।
अमृत महल गाय के मुख्य उपयोग (Main Uses of Amrit Mahal Cattle)
- अमृत महल नस्ल मुख्य रूप से बैल उत्पादन के लिए पाली जाती है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्य और बोझा ढोने (Farming and Transportation) के लिए उपयोगी होते हैं। भारवाहक नस्लों (Draught Purpose Breed) में दुग्ध उत्पादन (Milk Production) कम होता हैं।
अमृत महल गाय की पहचान (Characteristics of Amrit Mahal Cow)
शरीर (Body)
- अमृत महल गाय का शरीर मजबूत और मांसल होता है, जो इसकी ताकत और सहनशक्ति को दर्शाता है।
रंग (Colour)
- अमृत महल गाय आमतौर पर भूरे रंग की होती है, जो हल्के सफेद से लेकर गहरे काले रंग तक हो सकती है। इनके चेहरे और गलकंबल पर विशिष्ट सफेद-ग्रे निशान होते हैं, जबकि नाक, पैर, और पूंछ का सिरा काला होता है।
सिर (Head)
- सिर लंबा, संकीर्ण और अच्छी तरह से आकार का होता है, जिसमें थोड़ी उभरी हुई माथा होती है।
सींग (Horn)
- सींग पास-पास निकलते हैं और ऊपर की ओर और पीछे की ओर मुड़ते हैं, जो अक्सर बूढ़े जानवरों में आपस में जुड़ जाते हैं।
दुग्ध उत्पादन (Milk Production)
अमृत महल गाय अपनी ताकत और सहनशक्ति के लिए जानी जाती है। हालांकि, इन गायों का दूध उत्पादन बहुत कम होता है, प्रति ब्यात औसत दूध उत्पादन केवल 572 किलोग्राम होता है।
- Milk Yield Per Lactation : 572 Kg
Average Measurements and Growth Performance Amrit Mahal Cattle
Weight:
- Amrit Mahal Cow: 318 – 700 kg
- Amrit Mahal Bull: 500 kg (average)
- Amrit Mahal Calf (Birth Weight):
- Male: 20.8 kg (average)
- Female: 19.9 kg (average)
Height:
- Male: 132.7 cm (average)
- Female: 126 cm (average)
Body Length:
- Male: 134.1 cm (average)
- Female: 133.6 cm (average)
Heart Girth:
- Male: 156 cm (average)
- Female: 149.4 cm (average)
Weight of Adult Amrit Mahal Cattle:
- Male: 500 kg (average)
- Female: 318 kg (average)
Birth Weight of Amrit Mahal Calf:
- Male: 20.8 kg (average)
- Female: 19.9 kg (average)
मुख्य बिंदु (Key Points)
- भारत की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली/भारवाहक नस्ल अमृत महल है।
- महाराष्ट्र की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली/भारवाहक नस्ल खिलारी है।
- राजस्थान की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली/भारवाहक नस्ल नागोरी है।
- गिनीज़ बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के अनुसार, दुनिया की सबसे छोटी गाय की नस्ल “वेचुर” है।
- विश्व की सबसे छोटी गाय की नस्ल (Dwarf cattle) पुंगनूर गाय है।
- भारत की देशी गायों में सबसे लंबा दुग्धकाल गिर गाय का होता है।
- भारत की सबसे अच्छी द्विप्रयोजनी नस्ल हरियाणा नस्ल है।
Discover the rich history and characteristics of the Amrit Mahal, Karnataka’s renowned cattle breed known for its strength and endurance in agricultural tasks.