रेड सिंधी: एक प्रमुख देशी गाय नस्ल
परिचय (Introduction) :
रेड सिंधी गाय (Red Sindhi Cow) का पालन और प्रजनन पशुपालन में विशेष महत्व है। इनकी विशेषताओं के कारण यह गाय गर्मियों के अवसान और सूखे के कठिन परिस्थितियों में भी उत्कृष्ट रूप से दुग्ध का उत्पादन करती है।रेड सिंधी गाय, जो कि एक प्रमुख देशी गाय नस्ल है, विभिन्न गुणवत्ताओं और उत्पादकता के लिए मान्य है। इस नस्ल का जन्म स्थान कराची और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जिले में माना जाता है। इसे लाल कराची (Red Karachi) और सिंधी के नाम से भी पुकारा जाता है। भारत में वर्तमान में देशी गायों की कुल 53 पंजीकृत देशी नस्ल है। भारत की पहली सिंथेटिक गाय की नस्ल फ्रिस्वाल है। यह एक सिंथेटिक डेयरी पशु है जिसमें साहीवाल (37.5) और हॉलस्टीन फ्रीजियन (62.5) का लक्षण है।
Red Sindhi Cow Details
Conservation Status | Not Endangered |
---|---|
Scientific Classification |
|
Breed Type | Indigenous Dairy Cattle |
Alternate Names | Red Karachi, Malir Cattle |
Origin | Las Bela, Baluchistan, Pakistan |
Distribution |
|
Physical Characteristics |
|
Milk Production |
|
Breeding Traits |
|
Management |
|
Population |
|
The Rajasthan Express: Comprehensive Red Sindhi Breed Details |
जन्म स्थान और नाम :
- रेड सिंधी गाय ((Red Sindhi Cow)) का जन्म स्थान कराची और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जिले में माना जाता है।
- इसे लाल कराची (Red Karachi) और सिंधी के नाम से भी जाना जाता है।
शारीरिक लक्षण (Physical Characteristics) :
- रेड सिंधी गाय (Red Sindhi Cow) की नस्ल साहिवाल नस्ल से मिलती जुलती है।
- रेड सिंधी नस्ल की गायों का रंग हल्का गहरा लाल होता है।
- रेड सिंधी नस्ल की गायों (Red Sindhi Cattle) में सींग मूड़े हुए पीछे के की तरह से उठे हुए होते है।
- रेड सिंधी गाय का शरीर माझार और कमीजांद होता है। उनके पैर और पीठ में माझे और छाती में बारीकी होती है।
- इन गायों की उत्तम गर्मियों और सूखे के माहौल में प्रदर्शन उत्कृष्ट होता है। इनका दूध भी अत्यंत उत्कृष्ट गुणवत्ता का होता है।
- इनकी विशेषताओं के कारण, रेड सिंधी गाय को व्यापक रूप से पशुपालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण नस्ल माना जाता है।
इन्हे भी पढ़े –
उत्पादन (Productivity) :
- रेड सिंधी गाय एक दिन में 12 लीटर दूध देती है। (Red Sindhi cow produces 12 liters of milk per day)
रेड सिंधी गाय की पहचान कैसे करे ?
1. रेड सिंधी गाय का रंग:
- रेड सिंधी गाय (Red Sindhi Cow) का रंग हल्का गहरा लाल होता है। इसकी खासियत के चलते इसे लाल कराची (Red Karachi) भी कहा जाता है।
2. रेड सिंधी गाय के सींग :
- इनकी सींग मूड़े हुए पीछे की तरह से उठी होती है। यह उन्हें अन्य गायों से अलग बनाती है।
3. रेड सिंधी गाय का आकार:
- रेड सिंधी गाय (Red Sindhi Cow) का शरीर माझार और कमीजांद होता है। उनके पैर और पीठ में माझे और छाती में बारीकी होती है।
भारत में पशुधन की आबादी 20वीं पशुधन गणना के अनुसार :
1. कुल पशुधन आबादी:
- 2019 में देश में कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है, जो 2012 की गणना की तुलना में 4.6% अधिक है।
2. कुल गायों की संख्या:
- 2019 में कुल गायों की संख्या 192.49 मिलियन है, जो पिछली गणना की तुलना में 0.8% ज्यादा है। देशी गायो में सबसे लम्बा दुग्धकाल ” गिर गाय (Gir Cattle) ” का होता है।
People Also Ask
रेड सिंधी नस्ल की उत्पति कहाँ से हुई है ?
रेड सिंधी गाय ((Red Sindhi Cow)) का जन्म स्थान कराची और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जिले में माना जाता है।
रेड सिंधी को अन्य किन नामों से जाना जाता है ?
रेड सिंधी को लाल कराची (Red Karachi) और सिंधी के नाम से भी जाना जाता है।
रेड सिंधी गाय एक दिन में कितना दूध देती है ?
रेड सिंधी गाय एक दिन में लगभग 12 लीटर दूध देती है।