Introduction to Jamnapari Goats
भारत में वर्तमान में बकरियों की कुल 39 पंजीकृत देशी नस्ल है। इनमें “जमुनापारी बकरी” एक प्रमुख नस्ल है।जमनापारी बकरी का नाम उत्तर प्रदेश में जमुना नदी (जमना पार) के क्षेत्र से लिया गया है। जमुनापारी बकरी की नस्ल मुख्यत : इटावा उत्तरप्रदेश में पायी जाती है। यह नस्ल बेहतर दूध उत्पादन और वृद्धि के लिए जानी जाती है, और इनकी नाक रोमन नोज सामान्यतः तोते के मुंह जैसा होता है। जमुनापारी बकरी भारत की एक विशिष्ट नस्ल है जो अपनी अनूठी शारीरिक संरचना और बेहतर उत्पादन क्षमता के लिए प्रसिद्ध है।
Jamnapari Goat Information
Conservation Status | India: Not at risk |
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Scientific Classification |
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Origin and Distribution | Jamnapari goats originate from Uttar Pradesh, particularly the Yamuna River region. Found primarily in Agra, Mathura, and Etawah (Uttar Pradesh), Bhind and Morena (Madhya Pradesh), and Alwar (Rajasthan). |
Identification |
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Key Features |
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Milk Production | Produces an average of 201 kg of milk per lactation over 191 days, making it India’s top milk-producing goat breed. |
Meat Production | Highly valued for its meat quality and size, contributing to its use in breeding for meat production improvement. |
Body Weight |
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Special Traits | Renowned for its large size, high milk yield, and adaptability to Indian climates. |
The Rajasthan Express: Comprehensive Guide to Jamnapari Goats |
जमुनापारी बकरी का मूल स्थान और वितरण (Origins and Distribution of Jamnapari Goat) :
जमनापारी बकरी (Jamnapari Goat) का नाम उत्तर प्रदेश में बहने वाली जमुना नदी से लिया गया है। जमनापारी बकरियां मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा और इटावा जिलों में और मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना जिलों व् राजस्थान के अलवर जिले में पाई जाती हैं। जमनापारी भारत की सबसे बड़ी बकरियों में से एक है जिसे मांस व् दूध के लिए स्वदेशी नस्लों को उन्नत करने के लिए इसका बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है।
भारत में बकरियों की आबादी :
- 1972 की जनगणना के अनुसार, जमनापारी वितरण क्षेत्र में बकरियों की कुल संख्या 0.58 मिलियन थी।
- भारत में 20वीं पशुगणना के अनुसार बकरी की कुल संख्या 148.88 मिलियन है, जो पिछली गणना की तुलना में 10.1 प्रतिशत अधिक है।
जमुनापारी बकरी की विशेषताएँ (Characteristics of Jamnapari Goat) :
शरीर (Body) :
- जमुनापारी बकरी (Jamnapari Goat) शरीर बड़े आकर की नस्ल है। जो भारत की सबसे बड़ी नस्ल है।
रंग (Colour) :
- इसका रंग क्रीमी सफ़ेद व् चमकदार बाल होते है। और सिर व् गर्दन पर छोटे भूरे धब्बे होते हैं। जो भारत की सबसे सुंदर नस्ल है।
नाक (Nose) :
- जमुनापारी बकरी में नाक उभरा हुआ होता है जिसे रोमन नोज (Roman Nose) कहा जाता है। जो देखने में तोते जैसे लगती (Parrot Mouth Apperance) है इसलिए ग्रामीण क्षेत्रो में इसे तोतापुरी बकरी (Totapuri Goat) के नाम से भी जाना जाता है।
- रोमन नोज बीटल बकरी और चोकला भेड़ , जैसलमेरी भेड़ में भी पायी जाती है।
कान (Ear) :
- जमुनापारी बकरी के कान बहुत लंबे, चपटे और झुके हुए होते हैं।
Feathers :
- जमुनापारी बकरी (Jamnapari Goat) के पुठठो (Buttack) पर घने बाल पाए जाते है।
मुख्य बिंदु (Key Points) :
- भारत की सबसे भारी बकरी की नस्ल जमुनापारी है।(Jamnapari goats are the heaviest breed of goats in India)
- भारत की सबसे बड़ी बकरी की नस्ल जमुनापारी है। (Jamnapari goats are the largest breed of goats in India.)
- भारत की सबसे लम्बी व् सबसे सुन्दर बकरी की नस्ल जमुनापारी है। (Jamnapari goats are the longest and most beautiful breed of goats in India.)
- भारत की सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी की नस्ल जमुनापरी है। (Jamnapari goats are the highest milk-producing breed of goats in India.)
- जमुनापारी बकरी की नाक तोते जैसी होती है। जिसे तोतापुरी बकरी के नाम से भी जाना जाता है।(Jamnapari goats have a parrot-like nose, which is why they are also known as “Totapuri” goats.)
दुग्ध उत्पादन (Milk Production) :
जमुनापारी बकरी (Jamnapari Goat) एक ब्यात में औसतन 201 kg दुग्ध उत्पादन करती है। इसके दुग्धकाल की लम्बाई 191 दिन की होता है। जमुनापारी भारत की सबसे ज्यादा दुग्ध देने वाली बकरी की देशी नस्ल है।
- Lactation Yield (Kg) : 201 Kg
- Lactation length (days) : 191 Days
शारीरिक वजन (Body Weight) :
जमुनापारी बकरी की नस्ल के नर का वजन 44 Kg और मादा का वजन 38 Kg होता है।
- Male (Buck) : 44 Kg
- Feamle (Nanny/Doe) : 38 Kg
Discover the unique characteristics of the Jamnapari goat, its distribution across India, and the urgent need for its conservation and breeding improvement efforts.
People Also Ask
भारत की सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी की नस्ल कौनसी है?
भारत की सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी की नस्ल जमुनापारी है। जमुनापारी बकरी एक ब्यात में औसतन 201 किलोग्राम दुग्ध उत्पादन करती है और इसके दुग्धकाल की लम्बाई 191 दिन होती है।
भारत की सबसे बड़ी बकरी की नस्ल कौनसी है?
भारत की सबसे बड़ी बकरी की नस्ल जमुनापारी है। जमुनापारी बकरियों का शरीर का आकार और लंबाई अन्य बकरियों से अधिक होती है।
भारत की सबसे भारी बकरी की नस्ल कौनसी है?
भारत की सबसे भारी बकरी की नस्ल जमुनापारी है। नर जमुनापारी बकरी का वजन 44 किलोग्राम और मादा का वजन 38 किलोग्राम होता है।
भारत की सबसे लम्बी और सबसे सुन्दर बकरी की नस्ल कौनसी है?
भारत की सबसे लम्बी और सबसे सुन्दर बकरी की नस्ल जमुनापारी है। इसका रंग क्रीमी सफेद और चमकदार होता है, और सिर व गर्दन पर छोटे भूरे धब्बे होते हैं। इसके अलावा, इनके कान लंबे, चपटे और झुके हुए होते हैं।
वर्तमान में भारत में बकरियों की कुल संख्या कितनी है?
20वीं पशुगणना के अनुसार, भारत में बकरियों की कुल संख्या 148.88 मिलियन है, जो पिछली गणना की तुलना में 10.1 प्रतिशत अधिक है।
जमुनापारी बकरियों को और किस नाम से जाना जाता है?
जमुनापारी बकरियों की नाक उभरी हुई होती है, जिसे रोमन नोज कहा जाता है। इस कारण इन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में ‘तोतापुरी बकरी’ के नाम से भी जाना जाता है।
जमुनापारी बकरियां भारत में कहाँ पाई जाती हैं?
जमुनापारी बकरियां मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा और इटावा जिलों में पाई जाती हैं। इसके अलावा, ये मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना जिलों और राजस्थान के अलवर जिले में भी पाई जाती हैं।
भेड़ की देशी नस्ल कौन सी है?
भारत में वर्तमान में भेड़ो की कुल 44 पंजीकृत देशी नस्ल है। भारत में प्रमुख और महत्वपूर्ण भेड़ प्रजातियों में नेल्लोर, मांड्या, गेरोल, चोकला, पूंगल, सोनाड़ी, नाली, जैसलमेरी, मारवाड़ी, मालपुरा, मगरा, गड्डी/गद्दी, भाकरवाल, रामपुर बुशेर, छोटानागपुरी, कोयंबटूर, डेक्कनी, गंजाम, केंद्रपाड़ा, केंगुरी, खीरी, ब्लांगिरी, बेल्लारी, बोनपाला, नेल्लोर और कजली नस्लें शामिल हैं।
सबसे अच्छी भेड़ कौन सी है?
देशी नस्लों में सबसे अच्छी नस्ल कहलाती है “चोकला भेड़”, जिसे भारत की “मेरिनो” भी कहा जाता है।
बकरी जैसी भेड़ की नस्ल कौन सी है?
“नेल्लोर भेड़” को “बकरी जैसी भेड़” भी कहा जाता है।
कौन सी भेड़ नस्ल भारत की सरताज कही जाती है?
भारतीय भेड़ प्रजातियों में “चोकला भेड़” को सर्वोत्तम और सर्वश्रेष्ठ नस्ल माना जाता है। चोकला भेड़ में रोमन नाक पायी जाती है। चोकला भेड़ को भारत की “मेरिनो” कहा जाता है। देशी नस्लों में भेड़ की सबसे अच्छी नस्ल “चोकला भेड़” है।
भारत में चोकला भेड़ कहां पाई जाती है?
चोकला भेड़ भारत में राजस्थान के झुन्झुनू, चूरू, सीकर, बीकानेर, और नागौर जिलों में पाई जाती है।
राजस्थान में भेड़ की सबसे अच्छी नस्ल कौन सी है?
राजस्थान में भेड़ की सबसे अच्छी नस्ल “चोकला भेड़” है, जिसे राजस्थान की मेरिनो भी कहा जाता है।