Rh Factor In Hindi : Types, Importance, and Implications”

 Rh Factor In Hindi

Rh कारक, जिसे Rh एंटीजन भी कहा जाता है, लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। Rh कारक की खोज वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर और एलेक्जेंडर वीनर ने रीसस बंदरों पर किए गए अपने अनुसंधान के माध्यम से की थी।

Types of Rh Antigens

  • Rh एंटीजन के छह प्रकार होते हैं: C, D, E, c, d, e  .
  • प्रत्येक प्रकार को Rh कारक कहा जाता है। इनमे से Type-D Rh एंटीजन मानव जनसंख्या में सबसे सामान्य रूप से पाया जाता है।

Rh Positive and Rh Negative

1. Rh Positive (Rh+): 
  • जब किसी व्यक्ति के रक्त में D एंटीजन उपस्थित होता है तो उस व्यक्ति को Rh Positive (Rh+) कहा जाता है। 
2. Rh Negative (Rh-): 
  • जब किसी व्यक्ति के रक्त में D एंटीजन अनुपस्थित होता है तो उस व्यक्ति को Rh Negative (Rh-) कहा जाता है। 

 

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Importance of Rh Factor in Blood Transfusions

Universal Donor and Recipient

1. Universal Donor (सर्वदाता)

  • O – Negative (O-ve) रक्त समूह वाले लोग सभी को रक्त दे सकते हैं क्योंकि उनके रक्त में कोई एंटीजन नहीं पाया जाता। 
  • इसी कारण O – Negative Blood Group को सर्वदाता (Universal Donor) कहा जाता है। 

2. Universal Recipient (सर्वग्राही)

  • AB – Positive(AB+ve) रक्त समूह वाले लोग किसी भी दाता से रक्त प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि उनकी लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells : RBC) में A, B और Rh एंटीजन होते हैं।
  • इसी कारण AB – Positive Blood Group को सर्वग्राही (Universal Recipient) कहते है।  

Rh Factor in Pregnancy: Erythroblastosis Foetalis / Rh Disease 

एरिथ्रोब्लास्टोसिस फेटलिस, जिसे Rh रोग (Rh Disease), Rh असंगति (Rh Incompatibility) या नवजात शिशु का हेमोलिटिक रोग (Hemolytic Disease of the Newborn) भी कहा जाता है, तब होता है जब एक Rh-नेगेटिव मां Rh-पॉजिटिव बच्चे को गर्भ में धारण करती है।

Mechanism of Rh Disease

  • यदि Rh Negative (Rh-) माता व पिता Rh Positive (Rh+) से प्रथम प्राप्त बच्चा Rh +Ve है तो सामान्य पैदा होगा।
  • लेकिन प्रसव के समय बच्चे की Rh Positive (Rh+) आरबीसी माँ के रक्त में चली जाती है। जिससे माँ के शरीर में Anti – Rh Antibody का निर्माण होता है।
  • यदि दूसरे गर्भधारण में दूसरा बच्चा Rh +Ve होता है तो माँ के रक्त निर्मित Anti – Rh Antibody प्लेसेंटा को क्रॉस कर बच्चे की आरबीसी (RBC) को नष्ट कर देती है। 
  • बच्चे की आरबीसी नष्ट होने के कारण हेमोलिसिस (Hemolysis), एनीमिया (Anaemia), पीलिया (Jaundice), या यहां तक कि मृत्यु हो सकती है।

Preventing Erythroblastosis Foetalis

Treatment with Rhogam Vaccine

  • Anti – Rh Antibody के विकास को रोकने के लिए, पहले Rh-Positive बच्चे के जन्म के 24 से 72 घंटों के भीतर माँ को Rhogam (Anti – Rh Antibody) Vaccine का इंजेक्शन दिया जाना चाहिए। 
  • यह इंजेक्शन माँ के रक्त प्रवाह में किसी भी Rh-पॉजिटिव भ्रूण की लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे उसके अपने एंटीबॉडी का निर्माण नहीं होता।

Conclusion (निष्कर्ष)

Rh कारक को समझना सुरक्षित रक्त संक्रमण और गर्भधारण के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि Rh रोग को रोका जा सके। अपने Rh स्थिति को जानकर और चिकित्सा निर्देशों का पालन करके, जटिलताओं को कम किया जा सकता है, जिससे माँ और उनके बच्चों की स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।